भगवान निवेदन तुमसे है कुछ वोट मुझे भी दे देना
बदले में मुझसे लड्डू फल जो दिल भाए ले लेना
वादा मेरा अटल रहेगा फूल कमल का रोज चढ़ेगा
कृपा पात्र हमसब हैं तेरे कृपा दृष्टि तुम भी रखना ।।
मैं साथ आपका हरदम दूँगा मरते दमतक नाम जपूंगा
हर भाषण में मैं याद करूंगा नाम आपका अमर करूंगा
मंदिल के पास जो मस्जिद है बस एक पल मे तुडवा दूँगा
काम आपके मैं आऊंगा कृपा दृष्टि तुम भी रखना ।।
यदि बहुमत आपका मिल जाए तो मैं कृतार्थ हो जाऊँगा
महिमा राम आपकी सबको भली भाँती समझाऊंगा
अस्त व्यस्त आवास आपका मैं ख़ुद जाकर बनवाऊंगा
सब रुका कार्य मैं पूर्ण करूंगा पर ख्याल मेरी तुम भी रखना ।।
चिकनी चुपडी बातें सुनकर प्रभु का दिल भी दहल गया
कभी प्रचारक थे जिसके दिल उसके दल से बदल गया
राम नाम की अनुमति देकर प्रभु ने उनको सफल किया
खुश होकर भक्त ये कहने लगा प्रभु साथ सदा मेरे रहना ।।
मिला राजपद जब इनको सब वादों को ये भूल गये
नर तो क्या नारायण को भी बकवादी नर भूल गये
तारीख पड़ी न्यायालय में जब प्रभु के दिल में भी शूल किए
होकरके दुखी प्रभु कहनें लगे अब साथ नहीं तेरे रहना ।।
जो भूल गये नारायण को अब क्या उम्मीदें उनसे है
हर सुख सुविधाएं अपनी तो बस यार खुदा के घर से है
पर एक दिन समय वो आएगा हर काम जो उनका हमसे है
हम कह देंगे प्यारे अब मतदान नहीं तुमको देना
बदले में दुवायें गिरने की चाहे तुम हमसे ले लेना ।।
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